यहाँ सर्च करे

अजय राय के राफेल बयान से राजनीतिक हलचल, वाराणसी में एफआईआर दर्ज

Ajay Rai Rafale Remarks Spark Political Controversy in India
पढ़ने का समय: 5 मिनट
S Choudhury

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के राफेल विमान पर नींबू-मिर्ची वाले बयान के बाद वाराणसी में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज, सेना के सम्मान और राजनीति में उठा तूफान।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय द्वारा राफेल लड़ाकू विमान को लेकर दिए गए बयान ने देश की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। वाराणसी में एक कार्यक्रम के दौरान अजय राय ने एक खिलौना विमान दिखाया, जिस पर नींबू और मिर्ची लटकी हुई थी, और उस पर “राफेल” लिखा हुआ था। उन्होंने कहा कि सरकार ने राफेल विमान खरीदे हैं, लेकिन वे हैंगर में खड़े हैं और उन पर नींबू-मिर्ची लटकी हुई है।

एफआईआर दर्ज और पुलिस की प्रतिक्रिया

अजय राय के इस बयान के बाद वाराणसी के चेतगंज थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। चेतगंज एसीपी गौरव कुमार ने बताया कि “कल चेतगंज थाने में एक शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें आरोप लगाया गया कि हमारी सेना के लड़ाकू विमान राफेल का मजाक उड़ाया गया, उस पर नींबू और मिर्ची लटकाई गई और उसे खिलौने की तरह प्रस्तुत किया गया। शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।”

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और विवाद

अजय राय के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर सेना का मनोबल गिराने और देशविरोधी मानसिकता का आरोप लगाया है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस पार्टी राफेल के खिलौने के साथ हमारे सशस्त्र बलों के मनोबल के साथ खेल रही है।”

अजय राय की सफाई और स्पष्टीकरण

विवाद के बाद अजय राय ने अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा, “जब रक्षा मंत्री राफेल की डिलीवरी लेने गए थे, तब उन्होंने राफेल पर नींबू-मिर्ची लटकाई थी। मैं बस उनकी आंखें खोलना चाहता था और उन्हें दिखाना चाहता था कि देश की जनता आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई चाहती है।” उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम हमले के बाद सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

समाज में प्रतिक्रिया और आगे की राह

अजय राय के इस बयान ने समाज में भी मिश्रित प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। कुछ लोग इसे सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाने का सही तरीका मानते हैं, जबकि अन्य इसे सेना का अपमान मानते हैं। यह विवाद आगामी चुनावों में भी मुद्दा बन सकता है और राजनीतिक दलों के बीच टकराव को और बढ़ा सकता है।

अजय राय के राफेल पर नींबू-मिर्ची वाले बयान ने देश की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद आगे कैसे विकसित होता है और इसका राजनीतिक परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।


यह भी पढ़े:





विशेष समाचार


कुछ ताज़ा समाचार