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पहलगाम हमले के बाद शहीद के पिता ने मोदी सरकार के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन किया

After Pahalgam Attack Martyr Father Supports Modi Govt Anti Terror Stand
पढ़ने का समय: 7 मिनट
Rachna Kumari

पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान समझौते पर शहीद शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी का बयान – पीएम मोदी पर विश्वास जताया, आतंकवाद उन्मूलन पर सरकार के साथ खड़े।

शहीद शुभम द्विवेदी के पिता बोले ‘’हमें पीएम मोदी पर पूरा विश्वास है, आतंकवाद का अंत ज़रूरी’’

कानपुर, उत्तर प्रदेश: जम्मू-कश्मीर के पहलगामआतंकवादीहमले में अपने बेटे शुभम द्विवेदी को खोने वाले संजय द्विवेदी का बयान देशभर में चर्चा का विषय बन गया है। भारत और पाकिस्तान के बीच फायरिंग और सैन्य कार्रवाई रोकने के समझौते के बीच, संजय द्विवेदी ने सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसलों पर पूरा भरोसा जताया है।

उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा – ‘’भारतीय सेना ने नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया, तब भी मैंने इसका स्वागत किया था और आज भी करता हूं। हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास है... हम चाहते हैं कि आतंकवाद का अंत हो। सरकार इस दिशा में जो भी उपयुक्त निर्णय ले, हम उसके साथ हैं। हमें अपने देश की सरकार और प्रधानमंत्री पर पूरा भरोसा है।’’

पहलगाम हमला एक काला दिन

पहलगाम, जो कि जम्मू-कश्मीर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, हाल ही में एक बर्बर आतंकी हमले का गवाह बना। इस हमले में कई जवान शहीद हुए, जिनमें कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी भी शामिल थे। यह हमला ना केवल एक सैन्य आघात था, बल्कि देशवासियों के दिलों को भी झकझोर देने वाला था।

शुभम द्विवेदी एक होनहार जवान थे, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उनके बलिदान को लेकर पूरे देश में गुस्सा और शोक की लहर है। इस हमले ने एक बार फिर से भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को चर्चा में ला दिया है।

भारत-पाकिस्तान समझौता सैन्य कार्रवाई पर विराम

पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच यह सहमति बनी कि दोनों देश सीमा पर फायरिंग और सैन्य कार्रवाई को रोकेंगे। यह समझौता शांति और स्थायित्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, लेकिन इससे जुड़े सवाल भी उठाए जा रहे हैं क्या आतंकवाद के खिलाफ यह नीति पर्याप्त है?

संजय द्विवेदी जैसे लोग, जिनका व्यक्तिगत नुकसान अतुलनीय है, सरकार के साथ खड़े हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ कोई भी कदम पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने कहा ‘’हमारी सेना की कार्यवाही का हम हमेशा समर्थन करते रहेंगे, क्योंकि आतंकवाद का अंत ज़रूरी है।’’

पीएम मोदी पर अटूट विश्वास

संजय द्विवेदी ने अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति गहरी आस्था और समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा ‘’हमें हमारे प्रधानमंत्री पर विश्वास है। वे देश के लिए सही निर्णय ले रहे हैं और हम उनके साथ हैं।’’

उनके इस बयान ने ना केवल राजनीतिक, बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी एक सशक्त संदेश दिया है शहीदों के परिजन देशहित में लिए गए फैसलों के साथ हैं

आतंकवाद का अंत एक सामूहिक उद्देश्य

आज जब भारत आतंकवाद से लगातार जूझ रहा है, ऐसे में आम जनता, सरकार और सैन्य बलों का एकजुट होना बेहद आवश्यक है। संजय द्विवेदी का यह बयान इसी एकजुटता का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि कैसे एक पिता होने के बावजूद वे देशहित में हर फैसले के साथ हैं।

उनका यह जज़्बा प्रेरणादायक है और देश को यह याद दिलाता है कि आतंकवाद से लड़ना सिर्फ सेना का काम नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है।

सेना की वीरता पर गर्व

शुभम द्विवेदी जैसे जवानों की शहादत हमें यह सिखाती है कि राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोपरि है। संजय द्विवेदी का बयान न केवल सरकार के समर्थन में है, बल्कि उन सभी परिवारों की आवाज़ है जो अपनों को खो चुके हैं लेकिन फिर भी देशभक्ति की भावना से पीछे नहीं हटते।

उन्होंने कहा ‘’मैं चाहता हूं कि देश में कभी कोई और पिता अपना बेटा न खोए। आतंकवाद का पूरी तरह खात्मा हो यही हमारी कामना है।’’

निष्कर्ष देश के लिए एकजुटता ही समाधान

संजय द्विवेदी का बयान देश के हर नागरिक के लिए एक प्रेरणा है। उनके शब्दों में सिर्फ दर्द नहीं, बल्कि साहस, समर्थन और देश के प्रति निष्ठा भी है। जब देश एकजुट होता है, तो किसी भी चुनौती को पार कर सकता है चाहे वह आतंकवाद हो या सीमा पर तनाव।

प्रधानमंत्री मोदी पर उनका विश्वास और भारतीय सेना के पराक्रम को दिया गया समर्थन आज के भारत की सोच को दर्शाता है आतंकवाद का कोई स्थान नहीं।


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