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ईडी की टीम कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल के आवास पर पहुंची

ED Team Reaches Residence of Former RG Kar Medical College Principal in Kolkata
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Rachna Kumari

प्रवर्तन निदेशालय की टीम जांच के लिए कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर पहुंची। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम गुरुवार सुबह आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर पहुंची। टीम चल रही जांच के तहत कोलकाता के चिनार पार्क में घोष के घर पहुंची। हालांकि, इस यात्रा का सटीक कारण अभी तक नहीं बताया गया है, लेकिन सूत्रों से पता चलता है कि ईडी घोष के कार्यकाल के दौरान चिकित्सा संस्थान से जुड़े आरोपों की जांच कर रही है। यह कदम पश्चिम बंगाल में कई चिकित्सा संस्थानों में कथित अनियमितताओं को लेकर कड़ी जांच के बीच उठाया गया है।

ईडी के अधिकारी सुबह-सुबह ही मौके पर पहुंच गए और उनके आवास पर मौजूदगी ने स्थानीय मीडिया और लोगों का ध्यान खींचा। रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी की टीम कई घंटों से परिसर के अंदर है। माना जा रहा है कि वे गहन तलाशी ले रहे हैं, संभवतः अपनी चल रही जांच से संबंधित दस्तावेजों या सबूतों की तलाश में। संदीप घोष के खिलाफ लगाए गए विशिष्ट आरोपों या आरोपों के बारे में विवरण अभी भी प्रतीक्षित है।

वित्तीय अनियमितताओं पर ध्यान केंद्रित करें

प्रवर्तन निदेशालय का संदीप घोष के घर पर जाना कथित तौर पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में उनके कार्यकाल के दौरान संभावित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ा है। घोष, जो संस्थान के प्रिंसिपल के रूप में कार्यरत थे, कुप्रबंधन और वित्तीय कदाचार के आरोपों के बाद जांच के दायरे में हैं। ईडी के हस्तक्षेप से पता चलता है कि जांच में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) या अन्य संबंधित कानूनों का उल्लंघन शामिल हो सकता है।

जांच से जुड़े सूत्रों ने संकेत दिया कि जांच अनधिकृत वित्तीय लेनदेन या मेडिकल कॉलेज को आवंटित धन के दुरुपयोग से जुड़ी हो सकती है। ईडी की चल रही जांच में पहले ही इन आरोपों के संबंध में संकाय सदस्यों और प्रशासनिक कर्मचारियों सहित कई व्यक्तियों से पूछताछ की जा चुकी है। संदीप घोष के आवास पर ईडी टीम की मौजूदगी जांच में महत्वपूर्ण वृद्धि का संकेत देती है।

पश्चिम बंगाल में राजनीतिक नतीजे

इस घटना का पश्चिम बंगाल में राजनीतिक प्रभाव पड़ने की संभावना है, जहां भ्रष्टाचार और वित्तीय कुप्रबंधन के मुद्दे अक्सर सार्वजनिक और राजनीतिक बहस को जन्म देते हैं। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सहित विपक्षी दलों के बीच अक्सर सरकारी संस्थानों में भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों को लेकर टकराव होता रहा है। ईडी के इस कदम से राजनीतिक माहौल और भी गरमा सकता है, खासकर आगामी स्थानीय चुनावों के मद्देनजर।

राजनीतिक पर्यवेक्षक जांच के दौरान होने वाले घटनाक्रम पर गहरी नजर रख रहे हैं। कोलकाता स्थित एक राजनीतिक विश्लेषक ने टिप्पणी की, "ईडी की यह कार्रवाई सिर्फ़ वित्तीय कदाचार की जांच नहीं है; यह राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ़ बड़ी लड़ाई का भी प्रतिबिंब है।" "यह देखना अभी बाकी है कि आने वाले दिनों में इसका राजनीतिक कथानक पर क्या असर होगा।"

आगे की जानकारी की प्रतीक्षा है

अभी तक प्रवर्तन निदेशालय या संदीप घोष की ओर से तलाशी के उद्देश्य या जांच के विवरण के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। जैसे-जैसे तलाशी आगे बढ़ेगी, अधिकारियों द्वारा और जानकारी जारी किए जाने की उम्मीद है। इस बीच, ईडी की टीम चिनार पार्क स्थित आवास पर अपना काम जारी रखे हुए है, और जनता किसी भी अन्य अपडेट के लिए सतर्क है।

यह विकासशील कहानी आने वाले दिनों में महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित करने की संभावना है क्योंकि जांच की प्रकृति और संदीप घोष और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के लिए संभावित निहितार्थों के बारे में अधिक विवरण सामने आते हैं। यह मामला राज्य के शैक्षणिक और चिकित्सा संस्थानों में इस तरह के आरोपों से निपटने के तरीके के लिए एक मिसाल कायम कर सकता है।


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