यहाँ सर्च करे

आईएमडी ने दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, यूपी और बिहार के लिए धूल भरी आंधी और आंधी का अलर्ट जारी किया

IMD Issues Dust Storm and Thunderstorm Alert for Delhi NCR Rajasthan UP and Bihar
पढ़ने का समय: 6 मिनट
S Choudhury

IMD ने दिल्ली-NCR, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में तेज़ धूल भरी आंधी और गरज के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया है। जानिए मौसम की संभावित स्थिति और सुरक्षित रहने के लिए सुरक्षा उपाय।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार सहित उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में तेज़ धूल भरी आंधी और गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी करते हुए एक आपातकालीन मौसम चेतावनी जारी की है। मौसम में अचानक आए इस बदलाव के कारण अगले कुछ दिनों में तेज़ हवाएँ चलने, दृश्यता कम होने और तापमान में काफ़ी उतार-चढ़ाव आने की संभावना है।

उत्तर भारत में धूल भरी आंधी चलने की संभावना

आईएमडी के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय वायुमंडलीय स्थितियों के संयोजन से बड़े क्षेत्रों में धूल भरी आंधी आने की संभावना बढ़ गई है। दिल्ली और उसके पड़ोसी क्षेत्र विशेष रूप से संवेदनशील हैं, जहाँ धूल के कणों को ले जाने वाली तेज़ हवाओं से सामान्य जीवन बाधित होने और वायु गुणवत्ता प्रभावित होने की संभावना है।

राजस्थान के निवासियों, विशेषकर जयपुर, जोधपुर और बीकानेर जैसे क्षेत्रों में, घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि धूल भरी हवाएं 40-60 किमी/घंटा की गति तक पहुंच सकती हैं, जिससे बाहरी गतिविधियां जोखिमपूर्ण हो सकती हैं।

तूफानी गतिविधि अपेक्षित

धूल भरी आंधी के साथ-साथ आईएमडी ने उत्तर प्रदेश और बिहार में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की भी चेतावनी दी है। इन क्षेत्रों में अचानक बारिश के साथ गरज और तेज़ हवाएँ चल सकती हैं, जिससे परिवहन और दैनिक दिनचर्या प्रभावित हो सकती है।

किसानों और ग्रामीण निवासियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों और पशुओं को तीव्र मौसम के कारण होने वाले संभावित नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक सावधानी बरतें।

दैनिक जीवन पर संभावित प्रभाव

धूल भरी आंधी और तूफान के आने से कई क्षेत्रों में गर्मी का एहसास हो सकता है:

  • परिवहन: उड़ानों में देरी हो सकती है, तथा राजमार्गों पर दृश्यता संबंधी समस्याओं के कारण यातायात धीमा हो सकता है और दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
  • स्वास्थ्य: अस्थमा जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को धूल भरे वातावरण में जाने से बचना चाहिए।
  • बुनियादी ढांचा: तेज़ हवाओं से प्रभावित क्षेत्रों में बिजली के खंभे, होर्डिंग्स और कमजोर संरचनाओं को नुकसान हो सकता है।

निवासियों के लिए एहतियाती उपाय

आईएमडी ने नागरिकों से चरम मौसम की स्थिति के दौरान सुरक्षित रहने के लिए बुनियादी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है:

  • तूफान के चरम समय के दौरान जितना संभव हो सके घर के अंदर रहें।
  • धूल के प्रवेश को रोकने के लिए दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें।
  • धूल के कणों से बचने के लिए बाहर निकलते समय मास्क पहनें।
  • वाहनों को पेड़ों और खंभों से दूर, ढके हुए या सुरक्षित स्थान पर पार्क करें।
  • आपातकालीन किट तैयार रखें, जिसमें टॉर्च, पानी और बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा सामग्री शामिल हो।

अचानक मौसम परिवर्तन का कारण क्या है?

वर्तमान मौसम की स्थिति मुख्य रूप से पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय ताप लहर की स्थितियों के कारण है। ये कारक अस्थिर वायुमंडलीय दबाव पैटर्न बनाते हैं, जिससे धूल भरी आंधी, गरज के साथ बारिश और तापमान में तेज गिरावट आती है, खासकर दोपहर और शाम के समय।

विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि भारत में मानसून-पूर्व मौसम के दौरान ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं, हालांकि जलवायु परिवर्तन के कारण हाल के वर्षों में उनकी तीव्रता और प्रसार में वृद्धि देखी गई है।

आने वाले दिनों के लिए आईएमडी का मौसम पूर्वानुमान

हालांकि मौजूदा अलर्ट अगले 48-72 घंटों तक लागू रहेंगे, लेकिन आईएमडी का अनुमान है कि उसके बाद स्थिति थोड़ी स्थिर हो सकती है। हालांकि, अलग-अलग इलाकों में सप्ताह के अंत तक छिटपुट धूल भरी आंधी और गरज के साथ बारिश जारी रह सकती है।

निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक मौसम अपडेट पर नज़र रखें और अफ़वाहों या अनौपचारिक रिपोर्टों पर भरोसा न करें। आईएमडी की सलाह का पालन करना ऐसे चरम मौसम की घटनाओं से उत्पन्न जोखिमों को कम करने में महत्वपूर्ण होगा।

आईएमडी ने दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए गंभीर धूल भरी आंधी और तूफान की चेतावनी जारी की है, ऐसे में लोगों के लिए सतर्क और तैयार रहना ज़रूरी है। ज़रूरी सुरक्षा उपायों को अपनाकर और आधिकारिक अपडेट के ज़रिए जानकारी प्राप्त करके, निवासी इस चुनौतीपूर्ण मौसम के दौर से सुरक्षित और ज़िम्मेदारी से निपट सकते हैं।

घर के अंदर रहें, सुरक्षित रहें और विश्वसनीय स्रोतों से नवीनतम जानकारी प्राप्त करते रहें।


यह भी पढ़े:





विशेष समाचार


कुछ ताज़ा समाचार