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वक्फ कानून के विरोध में मुर्शिदाबाद में उग्र प्रदर्शन और हिंसा

Murshidabad Clashes Highlight Rising Public Tensions Over  waqf Religious Law
पढ़ने का समय: 4 मिनट
Maharanee Kumari

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया, जिससे पुलिस के साथ झड़प, आगजनी और इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़ी।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर क्षेत्र में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में शुरू हुआ प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई तीखी झड़पों ने क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन से उग्र आंदोलन तक

शुरुआत में लोग कानून के विरोध में शांतिपूर्वक इकट्ठा हुए थे, लेकिन धीरे-धीरे माहौल बिगड़ गया। उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया और कई वाहनों में आग लगा दी, जिनमें पुलिस की गाड़ियाँ भी शामिल थीं।

प्रशासन की कड़ी प्रतिक्रिया

स्थिति नियंत्रण से बाहर जाते देख पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लिया। इस टकराव में दोनों पक्षों के लोग घायल हुए हैं। कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

इंटरनेट सेवा बंद और निषेधाज्ञा लागू

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने मुर्शिदाबाद जिले में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं और प्रभावित क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है। यह कदम अफवाहों को फैलने से रोकने और शांति बनाए रखने के लिए उठाया गया है।

क्या है वक्फ (संशोधन) अधिनियम?

हाल ही में राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद लागू हुआ यह कानून वक्फ संपत्तियों की पारदर्शिता और प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए लाया गया है। इसका उद्देश्य धार्मिक स्थलों की रक्षा और सार्वजनिक कल्याण को बढ़ावा देना है।

विपक्ष और विरोध की वजह

कई समुदाय और राजनीतिक दल इस कानून का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि यह वक्फ बोर्ड की स्वायत्तता को कमजोर करता है और धार्मिक स्थलों की संपत्ति के दुरुपयोग की संभावना बढ़ा सकता है।

राजनीतिक बयानबाजी

राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने हिंसा की कड़ी निंदा की है और प्रशासन को कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं, शिक्षा मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए संयम बरतने की सलाह दी है।

जनता से अपील

प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही, किसी भी असामाजिक गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने को कहा गया है।

निष्कर्ष

मुर्शिदाबाद में वक्फ अधिनियम को लेकर हुआ यह विरोध यह दर्शाता है कि धार्मिक मामलों से जुड़े कानूनों पर जनता की भावनाएँ कितनी प्रबल होती हैं। आवश्यकता इस बात की है कि सभी पक्ष संवाद और शांतिपूर्ण तरीके से समाधान की ओर बढ़ें, ताकि समाज में सौहार्द बना रहे।


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