प्रधानमंत्री मोदी ने नालंदा के उत्खनित अवशेषों की यात्रा की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा के उत्खनित अवशेषों की यात्रा की, जो प्राचीन दुनिया के सबसे महान शिक्षा केंद्रों में से एक था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नालंदा के उत्खनित अवशेषों की यात्रा की, जो प्राचीन दुनिया के सबसे महान शिक्षा केंद्रों में से एक था। उन्होंने इसे एक असाधारण अनुभव बताया और कहा कि यह स्थान एक समृद्ध शैक्षिक अतीत की गहरी झलक प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, “नालंदा के उत्खनित अवशेषों की यात्रा करना अद्भुत था। यह प्राचीन दुनिया के सबसे महान शिक्षा केंद्रों में से एक में होने का अवसर था। इस स्थान से एक समृद्ध शैक्षिक अतीत की गहरी झलक मिलती है। नालंदा ने एक बौद्धिक भावना का निर्माण किया है जो हमारे राष्ट्र में आज भी जीवित है।”
नालंदा विश्वविद्यालय, जो एक समय में प्राचीन भारत का प्रमुख शिक्षा केंद्र था, आज भी अपने ऐतिहासिक महत्व और बौद्धिक परंपरा के कारण विख्यात है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नालंदा की यात्रा ने उन्हें उस समृद्ध विरासत का अनुभव करने का अवसर दिया जो एक समय में यहां फली-फूली थी।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि नालंदा ने भारतीय समाज में एक बौद्धिक भावना का निर्माण किया है, जो आज भी जीवित है और हमारे राष्ट्र की शिक्षा और संस्कृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नालंदा के उत्खनित अवशेष न केवल हमारे समृद्ध शैक्षिक इतिहास की गवाही देते हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि कैसे हमारी सभ्यता ने ज्ञान और विद्या के क्षेत्र में योगदान दिया है।
इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने नालंदा के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि यह स्थल हमारे राष्ट्र के बौद्धिक और शैक्षिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि नालंदा की यात्रा ने उन्हें हमारे शैक्षिक और सांस्कृतिक विरासत को और गहराई से समझने का अवसर प्रदान किया।
Visiting the excavated remains of Nalanda was exemplary. It was an opportunity to be at one of the greatest seats of learning in the ancient world. This site offers a profound glimpse into the scholarly past that once thrived here. Nalanda has created an intellectual spirit that… pic.twitter.com/UAKCZZqXn4
— Narendra Modi (@narendramodi) June 19, 2024