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भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का संसद के समक्ष अभिभाषण

President of India Addressing the Parliament
पढ़ने का समय: 7 मिनट
Amit Kumar Jha

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने संसद के समक्ष अपने अभिभाषण में 18वीं लोक सभा के नव निर्वाचित सदस्यों को बधाई देते हुए अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।

नई दिल्ली: भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 27 जून 2024 को संसद के समक्ष अपने अभिभाषण में 18वीं लोक सभा के सभी नव निर्वाचित सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह देशसेवा और जनसेवा का सौभाग्य बहुत कम लोगों को मिलता है, और सभी सदस्यों से राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ अपना दायित्व निभाने की अपील की।

राष्ट्रपति ने लोक सभा के अध्यक्ष श्री ओम बिरला की प्रशंसा करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके सार्वजनिक जीवन के व्यापक अनुभव को लोकतांत्रिक परंपराओं को नई ऊंचाई देने में सफल बताया। उन्होंने चुनाव आयोग का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था जिसमें 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह के साथ भाग लिया।

इस बार कश्मीर घाटी में वोटिंग के कई दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं, जो भारत के दुश्मनों के लिए करारा जवाब है। पहली बार घर पर जाकर भी मतदान की सुविधा दी गई। राष्ट्रपति ने लोक सभा चुनाव से जुड़े हर कर्मी की सराहना की।

राष्ट्रपति ने 2024 के लोक सभा चुनाव की चर्चा पूरी दुनिया में होने पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों ने लगातार तीसरी बार स्थिर और स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाई है, जो छह दशक बाद हुआ है। उन्होंने विश्वास जताया कि भारतीय जनता की आकांक्षाएं सिर्फ उनकी सरकार ही पूरी कर सकती है।

उन्होंने कहा कि 18वीं लोक सभा अमृतकाल के शुरुआती वर्षों में गठित हुई है और यह देश के संविधान को अपनाने के 75वें वर्ष की साक्षी बनेगी। आगामी सत्र में सरकार का पहला बजट पेश किया जाएगा, जो बड़े आर्थिक और सामाजिक निर्णयों का प्रभावी दस्तावेज होगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सरकार ने 10 वर्षों से सेवा और सुशासन का मिशन चलाया है, जो जनादेश है कि भारत को विकसित बनाने का काम बिना रुके चलता रहे। उन्होंने Reforms की गति को और तेज करने का संकल्प लिया, जिससे भारत के तेज विकास की जन आकांक्षाएं पूरी हो सकें।

कृषि क्षेत्र में सुधार की चर्चा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सरकार आत्मनिर्भरता और निर्यात बढ़ाने के लिए नीतियां बना रही है। उन्होंने कृषि आधारित उद्योगों के विस्तार पर जोर दिया और छोटे किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए सहकारिता को प्राथमिकता दी।

राष्ट्रपति ने भारत की वैश्विक पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा, पोषण और सस्टेनबल एग्रीकल्चर में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने इंटरनेशनल मिलेट्स इयर और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का उल्लेख किया, जिससे भारत की परंपराओं की प्रतिष्ठा बढ़ी है।

Green Era के लिए हरित उद्योगों में निवेश बढ़ाने और शहरों को बेहतरीन लिविंग स्पेस बनाने का संकल्प लिया गया। उन्होंने कहा कि भारत का पब्लिक ट्रांसपोर्ट, दुनिया में बेहतरीन हो, इस लक्ष्य के साथ सरकार काम कर रही है।

अंत में, राष्ट्रपति ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि नारीशक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई गई है और उन्हें आर्थिक मदद भी बढ़ाई जा रही है।

आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति (Official Press Release)

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