यूपी-बिहार में आंधी और बिजली गिरने से तबाही, मौसम विभाग ने फिर जारी किया अलर्ट

यूपी और बिहार में खराब मौसम और बिजली गिरने से कई लोगों की जान गई। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में मौसम की मार एक बार फिर जानलेवा साबित हुई है। तेज आंधी, भारी बारिश और आसमानी बिजली ने कई लोगों की जान ले ली। मौसम विभाग ने आगामी घंटों में फिर से गंभीर मौसम की चेतावनी जारी की है, जिससे प्रशासन और जनता दोनों अलर्ट मोड पर आ गए हैं।
मौसम की मार से कई परिवारों में मातम
शुक्रवार को खराब मौसम के चलते कई जिलों में जान-माल का नुकसान हुआ। सबसे अधिक असर पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तरी बिहार में देखने को मिला। तेज आंधी और बिजली गिरने से ग्रामीण इलाकों में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि खेतों में काम कर रहे लोग इसकी चपेट में आ गए।
बिजली गिरने से जान जाने की घटनाएं
बिजली गिरने की घटनाओं में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और कई की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इनमें से कई घटनाएं खेतों या खुले मैदानों में हुईं, जहां लोग काम कर रहे थे या यात्रा में थे। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजे का आश्वासन दिया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारत मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि अगले 24 से 48 घंटे तक इस प्रकार का मौसम बना रह सकता है। खासकर दोपहर और शाम के समय आंधी और बिजली गिरने की संभावना बनी रहेगी। मौसम विभाग ने लोगों को सुरक्षित स्थानों में रहने और मोबाइल अलर्ट का पालन करने की सलाह दी है।
ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत
गांवों में इस अचानक बदले मौसम ने दहशत का माहौल बना दिया है। कई लोग अब खेतों में जाने से डर रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों को खास सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। स्थानीय पंचायतों को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि आपात स्थिति में त्वरित मदद पहुंचाई जा सके।
फसल और पशुपालन पर प्रभाव
तेज हवाओं और ओलावृष्टि से फसल को नुकसान पहुंचा है। कई जगहों पर गेहूं की फसल काटने के बाद खुले में रखी गई थी, जो बारिश और तूफान की भेंट चढ़ गई। इसके साथ ही पशुपालन में भी हानि की खबरें आई हैं, जिससे किसानों की चिंताएं और बढ़ गई हैं।
प्रशासन की तैयारियां और राहत
जिलाधिकारियों ने आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क कर दिया है और अस्पतालों को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकारियों को दौरा कर स्थिति की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं। राहत सामग्री की उपलब्धता की भी समीक्षा की जा रही है।
जनता के लिए एहतियात
लोगों को सलाह दी गई है कि वे जब भी मौसम बिगड़ता दिखे, तो तुरंत घरों में या मजबूत छतों के नीचे शरण लें। मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रहें और बिजली के खंभों या पेड़ों के नीचे खड़े न हों।
आने वाले दिनों में क्या?
IMD के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रही प्रणाली से अगले कुछ दिनों में पूर्वी भारत में मौसम अस्थिर बना रह सकता है। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
इस समय एकजुट होकर सतर्कता और सजगता ही इस प्राकृतिक संकट से निपटने का सबसे बेहतर तरीका है।