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UPPCL ने 5 साल बाद बिजली दरों में 1.24% की बढ़ोतरी की घोषणा की

UPPCL Raises Electricity Tariff After 5 Years in Uttar Pradesh
पढ़ने का समय: 4 मिनट
Khushbu Kumari

उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने पांच वर्षों के बाद बिजली दरों में 1.24% की वृद्धि की है। नई दरें अप्रैल से लागू होंगी।

उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को अब अपनी जेब थोड़ी और ढीली करनी होगी, क्योंकि उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने पांच साल बाद बिजली दरों में 1.24% की बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह नई दरें अप्रैल माह से लागू हो जाएंगी।

नई दरों का क्या होगा असर?

इस बढ़ोतरी का असर घरेलू, वाणिज्यिक और औद्योगिक सभी वर्गों पर पड़ेगा। हालांकि वृद्धि मामूली मानी जा रही है, लेकिन लंबे समय बाद की गई यह बढ़ोतरी उपभोक्ताओं के मासिक बिल को थोड़ा बढ़ा सकती है।

आधिकारिक घोषणा और प्रक्रिया

यूपी इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (UPERC) ने UPPCL द्वारा प्रस्तावित दर बढ़ोतरी को स्वीकृति दे दी है। इस बढ़ोतरी को सभी उपभोक्ता श्रेणियों पर लागू किया जाएगा और अप्रैल से नए बिल इन्हीं दरों के आधार पर जारी किए जाएंगे।

बढ़ोतरी के पीछे की वजहें

UPPCL के अधिकारियों का कहना है कि बढ़ती परिचालन लागत, ईंधन मूल्य और रखरखाव व्यय के चलते यह दर संशोधन आवश्यक हो गया था। बीते पांच वर्षों से दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया था, जबकि खर्चों में निरंतर वृद्धि होती रही।

उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया

उपभोक्ताओं में इस वृद्धि को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोगों ने इसे न्यूनतम और समझदारी भरा कदम बताया है, तो कुछ ने इसे आम जनता पर अतिरिक्त बोझ बताया है। उपभोक्ता संगठनों ने बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता की भी मांग की है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

विपक्षी दलों ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा है कि सरकार आम जनता पर आर्थिक भार बढ़ा रही है। हालांकि, UPPCL का कहना है कि यह बढ़ोतरी नियामक प्रक्रिया के तहत की गई है और राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है।

आपको कितना अतिरिक्त भुगतान करना होगा?

यदि कोई परिवार हर महीने औसतन 200 यूनिट बिजली की खपत करता है, तो उसका मासिक बिल लगभग ₹10 से ₹15 तक बढ़ सकता है। वहीं, औद्योगिक उपभोक्ताओं को तुलनात्मक रूप से अधिक भुगतान करना पड़ सकता है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि नई दरों के अलावा कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।

भविष्य की योजना

UPPCL के अनुसार, भविष्य में दरों में किसी भी प्रकार का संशोधन वित्तीय आवश्यकताओं और उपभोक्ता मांगों के अनुसार किया जाएगा। साथ ही, बिजली आपूर्ति सेवा में सुधार और पारदर्शिता को प्राथमिकता दी जाएगी।

UPPCL द्वारा की गई 1.24% की यह बढ़ोतरी बिजली क्षेत्र को आर्थिक रूप से संतुलित बनाए रखने का प्रयास है। पांच वर्षों में यह पहली वृद्धि है और इसे संतुलित तथा आवश्यक माना जा रहा है। उपभोक्ताओं को अप्रैल से नई दरों के अनुसार भुगतान करना होगा और सभी की नजर अब UPPCL की सेवा गुणवत्ता और पारदर्शिता पर रहेगी।


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