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प्रातः से लेकर रात्रि तक बोलने चाहिए ये 10 मंत्र

10 Mantras that you should chant from morning to night
पढ़ने का समय: 3 मिनट
Amit Kumar Jha

प्रातः से लेकर रात्रि तक बोलने के लिए 10 महत्वपूर्ण मंत्र। जानें इनके लाभ और महत्व।

धार्मिक अनुष्ठानों और दैनिक जीवन में मंत्रों का महत्वपूर्ण स्थान है। ये मंत्र न केवल मानसिक शांति प्रदान करते हैं, बल्कि जीवन की हर कठिनाई में सहायक होते हैं। यहाँ प्रस्तुत हैं 10 महत्वपूर्ण मंत्र जो आपको प्रातः से लेकर रात्रि तक बोलने चाहिए:

1. कर दर्शन मंत्र

सुबह उठते ही अपनी दोनों हथेलियां देखकर यह मंत्र बोलें:

कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वति।
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम् ॥

2. धरती पर पैर रखने से पहले

धरती पर पैर रखने से पहले यह मंत्र बोलें:

समुद्रवसने देवि पर्वतस्तनमण्डले ।
विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्वमे ॥

3. दातून (मंजन) से पहले

दातून करने से पहले यह मंत्र बोलें:

आयुर्बलं यशो वर्च: प्रजा: पशुवसूनि च।
ब्रह्म प्रज्ञां च मेधां च त्वं नो देहि वनस्पते॥

4. नहाने से पहले

नहाने से पहले यह मंत्र बोलें:

गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती।
नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु॥

5. सूर्य को अर्ध्य देते समय

सूर्य को अर्ध्य देते समय यह मंत्र बोलें:

ॐ भास्कराय विद्महे, महातेजाय धीमहि
तन्नो सूर्य: प्रचोदयात॥

6. भोजन से पहले

भोजन से पहले यह मंत्र बोलें:

ॐ सह नाववतु, सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यं करवावहै ।
तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकर प्राण वल्लभे।
ज्ञान वैराग्य सिद्धयर्थ भिखां देहि च पार्वति॥

ब्रह्मार्पणं ब्रह्महविर्ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम् ।
ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना ॥

7. भोजन के बाद

भोजन के बाद यह मंत्र बोलें:

अगस्त्यम कुम्भकर्णम च शनिं च बडवानलनम।
भोजनं परिपाकारथ स्मरेत भीमं च पंचमं ॥

अन्नाद् भवन्ति भूतानि पर्जन्यादन्नसंभवः।
यज्ञाद भवति पर्जन्यो यज्ञः कर्म समुद् भवः॥

8. अध्ययन (पढ़ाई) से पहले

अध्ययन से पहले यह मंत्र बोलें:

ॐ श्री सरस्वती शुक्लवर्णां सस्मितां सुमनोहराम्।।
कोटिचंद्रप्रभामुष्टपुष्टश्रीयुक्तविग्रहाम्॥

9. शाम को पूजा करते वक्त

शाम को पूजा करते वक्त यह मंत्र बोलें:

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्॥

10. रात को सोने से पहले

रात को सोने से पहले यह मंत्र बोलें:

अच्युतं केशवं विष्णुं हरिं सोमं जनार्दनम्।
हसं नारायणं कृष्णं जपते दु:स्वप्रशान्तये॥

इन मंत्रों का उच्चारण करने से न केवल मानसिक शांति प्राप्त होती है, बल्कि जीवन की हर कठिनाई में भी सहायता मिलती है। अपने दैनिक जीवन में इन मंत्रों को शामिल करें और इनके लाभ प्राप्त करें।


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