कनाडा के प्रभारी स्टीवर्ट व्हीलर ने भारत से कथित सरकारी जांच की मांग की

कनाडा के प्रभारी राजदूत स्टीवर्ट व्हीलर ने भारत के विदेश मंत्रालय को संबोधित करते हुए भारत से उसके एजेंटों और कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या के बीच कथित संबंधों की जांच करने का आग्रह किया।
एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक घटनाक्रम में, कनाडा के प्रभारी डी’अफेयर्स स्टीवर्ट व्हीलर ने भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) के साथ अपनी बैठक के बाद मीडिया को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने भारत से उन दावों की जांच करने का आग्रह किया कि कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में भारतीय सरकार के एजेंट शामिल थे। व्हीलर ने इस मुद्दे को हल करने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि आरोपों की तह तक पहुंचना दोनों देशों के सर्वोत्तम हित में है।
बैठक के बाद व्हीलर का बयान
विदेश मंत्रालय कार्यालय के बाहर बोलते हुए स्टीवर्ट व्हीलर ने कहा, “कनाडा ने भारत सरकार के एजेंटों और कनाडा की धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या के बीच संबंधों के विश्वसनीय, अकाट्य सबूत प्रदान किए हैं। अब समय आ गया है कि भारत अपने वादे पर खरा उतरे और उन सभी आरोपों की जांच करे। इस मामले की तह तक जाना हमारे दोनों देशों और हमारे देशों के लोगों के हित में है।”
व्हीलर ने जोर देकर कहा कि कनाडा सरकार मामले की जांच में भारत के साथ पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “कनाडा भारत के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है।” उन्होंने संकेत दिया कि कनाडा न्याय सुनिश्चित करने और सच्चाई सामने लाने के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है।
कूटनीतिक तनाव बढ़ रहा है
इस मामले ने पिछले कुछ महीनों में भारत-कनाडा संबंधों में काफी तनाव पैदा कर दिया है, दोनों सरकारों के बीच तीखी बयानबाजी और कूटनीतिक बातचीत हुई है। भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक की हत्या ने कनाडा में आक्रोश पैदा कर दिया है और प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने मामले पर स्पष्टता की मांग करते हुए कड़ा रुख अपनाया है।
भारतीय अधिकारियों ने अब तक इस घटना में सरकार या उसके एजेंटों की किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि उनके अनुसार ये आरोप निराधार हैं, जो दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके बावजूद, कनाडा अपनी मांगों पर अड़ा हुआ है और इस बात पर जोर दे रहा है कि उसके सबूत भारतीय एजेंटों की संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं।
कनाडा की जांच की मांग
व्हीलर का बयान इस बात को रेखांकित करता है कि कनाडा इस मामले को कितनी गंभीरता से ले रहा है। कनाडा सरकार ने भारतीय अधिकारियों के साथ विस्तृत जानकारी और खुफिया जानकारी साझा की है, जिसका दावा है कि यह उसके आरोपों का समर्थन करता है। कनाडाई अधिकारियों का मानना है कि न केवल न्याय के लिए बल्कि दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की अखंडता को बनाए रखने के लिए भी गहन और पारदर्शी जांच आवश्यक है।
आगे देख रहा
चल रहे विवाद ने भारत और कनाडा के कूटनीतिक संबंधों को काफी तनाव में ला दिया है, दोनों सरकारें अपने-अपने हितों की रक्षा करने के लिए उत्सुक हैं। हालांकि, व्हीलर की टिप्पणी सहयोग के माध्यम से इस मुद्दे को हल करने की कनाडा की इच्छा को दर्शाती है, जो भारत को आरोपों को संबोधित करने और संभावित रूप से राजनयिक संबंधों को बहाल करने का मौका देती है।
फिलहाल, अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात पर करीब से नज़र रखे हुए है कि भारत इन जांच की मांगों पर किस तरह से प्रतिक्रिया देगा। इस मामले के नतीजे भारत-कनाडा संबंधों और व्यापक वैश्विक कूटनीतिक गतिशीलता पर दूरगामी प्रभाव डाल सकते हैं।