यहाँ सर्च करे

आधुनिक पाचन स्वास्थ्य के लिए प्राचीन आयुर्वेदिक जूस

Ancient Ayurvedic Juice for Modern Digestive Health
पढ़ने का समय: 6 मिनट
Amit Kumar Jha

लौकी का रस पाचन में सुधार, शरीर को ठंडा करने और समग्र स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक समाधान है। जानिए इसके फायदे और सेवन के तरीके।

आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में शरीर का ध्यान रखना मुश्किल हो गया है। खासतौर पर पेट और पाचन से जुड़ी परेशानियाँ जैसे गैस, एसिडिटी और कब्ज आम हो गई हैं। ऐसे में प्रकृति से मिलने वाले आयुर्वेदिक उपाय आज भी कारगर साबित हो रहे हैं। ऐसा ही एक चमत्कारी उपाय है – ऐश गार्ड का जूस, जिसे हिंदी में ‘भूतकुम्भा’ या ‘पेठा’ भी कहा जाता है।

ये जूस न केवल पाचन को बेहतर बनाता है, बल्कि शरीर को भीतर से ठंडक और ऊर्जा भी देता है। हजारों वर्षों से आयुर्वेद में इसका उपयोग पाचन विकारों, गर्मी की समस्याओं और शारीरिक विषैले तत्वों को बाहर निकालने के लिए होता आया है।

भूतकुम्भा: शरीर को ठंडक देने वाला आयुर्वेदिक वरदान

भूतकुम्भा का जूस पीने से शरीर की गर्मी शांत होती है और पेट को ठंडक मिलती है। जिन लोगों को अक्सर सीने में जलन, पेट की गर्मी या ज्यादा एसिडिटी की समस्या रहती है, उनके लिए यह जूस रामबाण इलाज है। इसका क्षारीय गुण पेट में बनने वाले अम्ल को संतुलित करता है।

पाचन को बनाता है दुरुस्त

इस जूस में फाइबर और जल की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन को सुचारु रूप से चलाने में मदद करती है। यह आंतों की सफाई करता है, कब्ज को दूर करता है और मल त्याग नियमित बनाता है। यह एक प्राकृतिक तरीके से पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, बिना किसी दवा के सहारे।

वजन घटाने में सहायक

यदि आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, तो ऐश गार्ड का जूस आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। यह बहुत कम कैलोरी वाला होता है और पेट को भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे भूख कम लगती है। साथ ही, यह शरीर को डिटॉक्स करता है, जिससे मेटाबोलिज़्म सुधरता है और वज़न कम करने में मदद मिलती है।

गर्मी में बॉडी को करता है कूल

गर्मियों में जब शरीर जल्दी डिहाइड्रेट हो जाता है, तब ऐश गार्ड का जूस एक नैचुरल कूलेंट की तरह काम करता है। यह शरीर को अंदर से ठंडा करता है और लू या गर्मी से होने वाली समस्याओं से बचाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है, जिससे मन और शरीर दोनों को राहत मिलती है।

त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद

इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स त्वचा को चमकदार बनाते हैं और झाइयाँ व दाग-धब्बों को दूर करने में मदद करते हैं। साथ ही, बालों को मजबूत और घना बनाने में भी इसका योगदान होता है। जब शरीर अंदर से स्वस्थ होता है, तो इसका असर सीधे चेहरे और बालों पर दिखाई देता है।

कैसे बनाएं ऐश गार्ड का जूस

जूस बनाने के लिए एक ताज़ा ऐश गार्ड लें। उसका छिलका हटाएं, बीज निकालें और छोटे टुकड़ों में काट लें। अब इसे मिक्सर में पीस लें और छलनी से छानकर रस निकाल लें। बेहतर परिणाम के लिए इसे सुबह खाली पेट पिएँ। स्वाद के लिए आप इसमें थोड़ी पुदीना पत्ती या नींबू की कुछ बूंदें मिला सकते हैं, पर नमक और चीनी से बचें।

कौन न करें सेवन?

जिन लोगों को अक्सर सर्दी-जुकाम या साइनस की समस्या रहती है, उन्हें रोज़ाना इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है। इसके अलावा, यदि आप किसी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो चिकित्सकीय सलाह लेना उचित रहेगा।

निष्कर्ष

प्रकृति में ऐसे कई खजाने छुपे हैं, जो हमें बिना दवा के स्वस्थ रख सकते हैं। ऐश गार्ड का जूस उन चुनिंदा उपायों में से एक है, जो न केवल पाचन को बेहतर बनाता है, बल्कि शरीर को ठंडक और ऊर्जा भी देता है। इसे अपने सुबह की दिनचर्या में शामिल करें और कुछ ही दिनों में अंतर महसूस करें।

भले ही बाजार में कई हेल्थ ड्रिंक उपलब्ध हों, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार शरीर को सबसे ज्यादा लाभ प्राकृतिक चीज़ों से ही मिलता है। ऐश गार्ड का जूस एक प्राचीन लेकिन आज भी प्रासंगिक आयुर्वेदिक वरदान है, जिसे अपनाकर आप स्वस्थ जीवन की ओर पहला कदम बढ़ा सकते हैं।


यह भी पढ़े:





विशेष समाचार


कुछ ताज़ा समाचार