तिरुवनंतपुरम में सुबह-सुबह हुई दर्दनाक टक्कर: ऑटो-रिक्शा में आग लगने से एक व्यक्ति की मौत, चार घायल

तिरुवनंतपुरम के केशवदासपुरम के पास एक भीषण बहु-वाहन टक्कर में एक ऑटो-रिक्शा में आग लग गई, जिसके परिणामस्वरूप एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार घायल हो गए। अधिकारियों को संदेह है कि शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण यह दुर्घटना हुई।
रविवार की सुबह केरल के तिरुवनंतपुरम में केशवदासपुरम के पास कई वाहनों की टक्कर में एक ऑटो-रिक्शा चालक की दर्दनाक मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। सुबह करीब साढ़े तीन बजे हुई इस घटना में एक कार, एक ऑटो-रिक्शा और एक दोपहिया वाहन शामिल थे। टक्कर के बाद ऑटो-रिक्शा में आग लग गई, जिससे दोनों की मौत हो गई।
घटना का विवरण
मृतक की पहचान शिवकुमार के रूप में हुई है, जिसे सुनी के नाम से भी जाना जाता है, वह तिरुमाला के मंगट्टुकाडावु का रहने वाला 40 वर्षीय कंक्रीट मजदूर था। टक्कर के समय वह ऑटो-रिक्शा चला रहा था। टक्कर के कारण वाहन में आग लग गई और आसपास के लोगों और आपातकालीन सेवाओं के प्रयासों के बावजूद शिवकुमार बच नहीं पाया और जलकर मर गया।
दुर्घटना में चार लोग घायल हो गए। इनमें 19 वर्षीय अयान नामक कार चालक और दो लोग दोपहिया वाहन पर सवार थे। सभी घायलों को तुरंत उपचार के लिए तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और बचाव प्रयास
प्रत्यक्षदर्शियों ने घटनास्थल को अराजक और भयावह बताया। एक राहगीर ने बताया, “दुर्घटना अचानक और जोरदार थी। आग की लपटें लगभग तुरंत ही ऑटो-रिक्शा को अपनी चपेट में ले लिया। हमने मदद करने की कोशिश की, लेकिन आग बहुत तेजी से फैल गई।” आपातकालीन सेवाएं तुरंत पहुंचीं, आग बुझाई और घायलों की देखभाल की।
जांच और प्रारंभिक निष्कर्ष
अधिकारियों ने टक्कर के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि कार तेज़ रफ़्तार से चल रही थी और हो सकता है कि उसे शराब के नशे में धुत लोगों ने चलाया हो। बताया जा रहा है कि वाहन के अंदर शराब की बोतलें पाई गई हैं। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और घटनाओं के सटीक क्रम का पता लगाने के लिए पूछताछ कर रही है।
सामुदायिक प्रतिक्रिया और सुरक्षा चिंताएँ
इस घटना ने स्थानीय निवासियों के बीच सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन को लेकर चिंता पैदा कर दी है। समुदाय के सदस्य ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए सख्त उपायों की मांग कर रहे हैं, जिसमें देर रात के समय गश्त बढ़ाना और नशे में गाड़ी चलाने वालों की कड़ी जांच करना शामिल है।
यह दुखद दुर्घटना लापरवाही से वाहन चलाने के खतरों और यातायात नियमों का पालन करने के महत्व की एक स्पष्ट याद दिलाती है। शिवकुमार की मृत्यु ने उनके समुदाय में एक शून्य पैदा कर दिया है, और अन्य लोगों को लगी चोटें ऐसी घटनाओं के दूरगामी परिणामों को उजागर करती हैं। अधिकारी जांच जारी रखते हैं, और समुदाय बेहतर सड़क सुरक्षा उपायों की वकालत करते हुए इस नुकसान पर शोक व्यक्त करता है।