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पाकिस्तान पर भारत की सर्जिकल स्ट्राइक: सिंधु जल संधि रद्द, 48 घंटे में देश छोड़ने का अल्टीमेटम

India Strike on Pakistan Indus Waters Treaty Cancelled Pakistanis to Leave India in 48 Hours
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S Choudhury

पाहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है और सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का निर्देश दिया है।

जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कदम उठाते हुए कई कड़े फैसले लिए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश और भारत-पाक कूटनीतिक संबंधों में कटौती शामिल हैं।

सिंधु जल संधि का निलंबन

1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई सिंधु जल संधि को भारत ने फिलहाल निलंबित कर दिया है। यह निर्णय उस खुफिया जानकारी के बाद लिया गया, जिसमें हमले में सीमा पार की भूमिका के संकेत मिले हैं। यह संधि अब तक युद्ध और संघर्ष के दौर में भी कायम रही थी, लेकिन अब हालातों को देखते हुए इसे रोक दिया गया है।

पाक नागरिकों के वीज़ा रद्द और देश छोड़ने का आदेश

भारत सरकार ने SAARC वीज़ा छूट योजना के तहत भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए हैं। इन सभी को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है। यह कदम सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

अटारी-वाघा सीमा बंद

भारत और पाकिस्तान के बीच प्रमुख ज़मीनी मार्ग अटारी-वाघा सीमा को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। जो पाकिस्तानी नागरिक वैध दस्तावेज़ों के साथ भारत में मौजूद हैं, उन्हें 1 मई 2025 से पहले इसी मार्ग से लौटने का निर्देश दिया गया है।

कूटनीतिक संबंधों में गिरावट

भारत ने पाकिस्तान में तैनात अपने सैन्य सलाहकारों को वापस बुला लिया है और पाकिस्तान में मौजूद सभी रक्षा अधिकारियों को 'अवांछित व्यक्ति' घोषित कर एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया है। इससे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों में बड़ी गिरावट आई है।

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं

इन कदमों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें बनी हुई हैं। कुछ देशों ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया है, तो कुछ ने इस तनाव को लेकर चिंता जताई है। भारत के भीतर जनता में सरकार के फैसलों का समर्थन देखा गया है और देशभक्ति की भावना और मजबूत हुई है।

पाहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए कदम यह दर्शाते हैं कि देश अब आतंकवाद और उसकी समर्थन करने वाली ताकतों के खिलाफ किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करेगा। सिंधु जल संधि का निलंबन, पाक नागरिकों का निष्कासन और कूटनीतिक स्तर पर लिए गए फैसले भारत की सुरक्षा और संप्रभुता को प्राथमिकता देने की रणनीति को स्पष्ट करते हैं।


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